Apni Nazar Se Lyrics – Mukesh Chand Mathur (Mukesh)
अपनी नज़र से उनकी नज़र
तक एक जमाना एक फ़साना
कितने हो आप जैसे ऐसे ज़माने में
अपने दिल का कौन ठिकाना
उनकी जफ़ा में मिथि वफ़ा है
जहर है लेकिन कितना मजा है
उनकी जफ़ा में मिथि वफ़ा है
जहर है लेकिन कितना मजा है
मारने के होते हैं लाखों बहाने
जीने का है बस एक बहाना
अपनी नज़र से उनकी नज़र
तक एक जमाना एक फ़साना
दूर ही दूर से दिल में समाये
यु नहीं आते तोह सपनो में आये
दूर ही दूर से दिल में समाये
यु नहीं आते तोह सपनो में आये
कम है उनके पास ना आना
काम हमारा प्रीत निभाना
अपनी नज़र से उनकी नज़र
तक एक जमाना एक फ़साना
दिल जो लिया है दर्द ही देंगे
इस के सिवा वह कुछ ना करेंगे
दिल जो लिया है दर्द ही देंगे
इस के सिवा वह कुछ ना करेंगे
होता है दिल तोह होने दो इस को
टायर नजर का यूँ ही निशाना
अपनी नज़र से उनकी नज़र
तक एक जमाना एक फ़साना.
Apani nazar se unaki nazar
Tak ek jamana ek fasana
Kitane ho aap jaise aise jamane me
Apne dil kaa kaun thikana
Unakee jafa me mithi vafa hai
Jahar hai lekin kitana maja hai
Unakee jafa me mithi vafa hai
Jahar hai lekin kitana maja hai
Marane ke hote hain lakhon bahane
Jine kaa hai bas ek bahana
Apani nazar se unaki nazar
Tak ek jamana ek fasana
Dur hee dur se dil me samaye
Yu nahi aate toh sapano me aaye
Dur hee dur se dil me samaye
Yu nahi aate toh sapano me aaye
Kam hai unaka pas naa aana
Kam hamara prit nibhana
Apani nazar se unaki nazar
Tak ek jamana ek fasana
Dil jo liya hai dard hi denge
Iss ke siwa woh kuchh naa karenge
Dil jo liya hai dard hi denge
Iss ke siwa woh kuchh naa karenge
Hota hai dil toh hone do iss ko
Tire najar kaa yun hi nishana
Apani nazar se unaki nazar
Tak ek jamana ek fasana.