Apani Maa Hai Lyrics – Shankar Mahadevan
अपनी माँ है दुनिया की
सबसे अच्छी माँ
अपनी माँ है दुनिया की
सबसे अच्छी माँ
इसकी ममता के साये में
हम बढ़ाते जाए आगे आगे आगे
अपनी माँ है दुनिया की
सबसे अच्छी माँ
अपनी माँ है दुनिया की
सबसे अच्छी माँ
इसकी ममता के साये में
हम बढ़ाते जाए आगे आगे आगे
अपने खून पसीने से
जिसने लगा के साइन से
अपने खून पसीने से
जिसने लगा के साइन से
हमें जीवन अमृत पिलाया
हमें इतना काबिल बनाया
वह अपनी माँ
अपनी माँ है दुनिया की
सबसे अच्छी माँ
अपनी माँ है दुनिया की
सबसे अच्छी माँ
अपनी ख़ुशी के सपने लिए
हर सांस है जिसकी अपने लिए
अपनी ख़ुशी के सपने लिए
हर सांस है जिसकी अपने लिए
हमको जिसका अभिमान है
जो अपनी सही पहचान है
वह अपनी माँ
अपनी माँ अपनी माँ है
दुनिया की सबसे अच्छी माँ
अपनी माँ अपनी माँ है
दुनिया की सबसे अच्छी माँ
आज खिन्न दुखियारी क्यूँ है माँ
आज यूँ हरी हरी क्यूँ है माँ
तेरे आंसुओ के खारेपन में
यह कड़वाहट कैसे आयी
शायद हामी हैं जिसने
तेरी ऐसी हालत बनायी
बहुत हुवा अब्ब जग आये हिंदुस्तानी
मुस्कान माँ की तुझे है वापस लानी
भाई भाई के खून का प्यासा क्यों है
मजहब की कैसी है यह कपट कहानी
म्हणत और प्रेम का मंत्र घोष
इक दूजे में यह जगाओ होश
म्हणत और प्रेम का मंत्र घोष
इक दूजे में यह जगाओ होश
हाथ जोड़ यह विनती कर रही
तेरी दुलारि माँ तेरी भारत माँ
अपनी माँ है दुनिया की
सबसे अच्छी माँ
अपनी माँ है दुनिया की
सबसे अच्छी माँ.
Apani maa hai duniya ki
Sabse achchhi maa
Apani maa hai duniya ki
Sabse achchhi maa
Iski mamta ke saaye mein
Ham badhate jaaye aage aage aage
Apani maa hai duniya ki
Sabse achchhi maa
Apani maa hai duniya ki
Sabse achchhi maa
Iski mamta ke saaye mein
Ham badhate jaaye aage aage aage
Apne khun pasine se
Jisne laga ke sine se
Apne khun pasine se
Jisne laga ke sine se
Hame jeevan amrit pilaaya
Hame itana kabil banaaya
Woh apani maa
Apani maa hai duniya ki
Sabse achchhi maa
Apani maa hai duniya ki
Sabse achchhi maa
Apani khushi ke sapne liye
Har saans hai jiski apne liye
Apani khushi ke sapne liye
Har saans hai jiski apne liye
Hamako jiska abhimaan hai
Jo apani sahi pehchaan hai
Woh apani maa
Apani maa apani maa hai
Duniya ki sabse achchhi maa
Apani maa apani maa hai
Duniya ki sabse achchhi maa
Aaj khinn dukhiyaari kyun hai maa
Aaj yun hari hari kyun hai maa
Tere aansuo ke kharepan me
Yeh kadvaahat kaise aayi
Shaayad hami hain jisne
Teri aisi haalat banaayi
Bahut huwa abb jag aaye hindustani
Muskan maa ki tujhe hai vaapas laani
Bhai bhai ke khun ka pyaasa kyun hai
Majhab ki kaisi hai yeh kapat kahaani
Mehnat aur prem ka mantra ghosh
Ik duje mein yeh jagaao hosh
Mehnat aur prem ka mantra ghosh
Ik duje mein yeh jagaao hosh
Haath jod yeh vinati kar rahi
Teri dulaari maa teri bhaarat maa
Apani maa hai duniya ki
Sabse achchhi maa
Apani maa hai duniya ki
Sabse achchhi maa.