Aag Lage Is Sawan Mein Lyrics – Suman Kalyanpur
ओ आग लगे आग लगे
आग लगे इस सावन मैं चूब
गया कांटा मन में
हो चूब गया कान्ता मन में
ओ आग लगे आग लगे
आग लगे इस सावन मैं चूब
गया कांटा मन में
हो चूब गया कान्ता मन में
ये जवानी या वही बचपन
हो या वही बचपन
ये अरमा ये वही धड़कन
जान पड़ी किस उलझन में
चूब गया कान्ता मन में
हो चूब गया कान्ता मन में
आग लगे इस सावन मैं चूब
गया कांटा मन में
हो चूब गया कान्ता मन में
को मिला रोड पे आ के
रह गयी मै तो आँख चुप्पा के
हाथ उलझ गए दामन में
चूब गया कान्ता मन में
हो चूब गया कान्ता मन में
आग लगे इस सावन मैं चूब
गया कांटा मन में
हो चूब गया कान्ता मन में
झूम के ऐसे छायी
बहरे ओ छायी बहारे
चमक रही है दिल को पुकारे
चूब गया कान्ता मन में
हो चूब गया कान्ता मन में
आग लगे इस सावन मैं चूब
गया कांटा मन में
हो चूब गया कान्ता मन में.
O aag lage aag lage
Aag lage is sawan chub
Gaya kanta man me
Ho chub gaya kanta man me
O aag lage aag lage
Aag lage is sawan chub
Gaya kanta man me
Ho chub gaya kanta man me
Ye jawani ya vahi bachpan
Ho ya vahi bachpan
Ye armaa ye vahi dhadkan
Jaan padi kis uljhan me
Chub gaya kanta man me
Ho chub gaya kanta man me
Aag lage is sawan chub
Gaya kanta man me
Ho chub gaya kanta man me
Kon mila road pe aa ke
Rah gayi mai to aankh chuppa ke
Hath uljh gaye daman me
Chub gaya kanta man me
Ho chub gaya kanta man me
Aag lage is sawan chub
Gaya kanta man me
Ho chub gaya kanta man me
Jhum ke aise chayi
Bahare o chayi bahare
Chamak rahi hai dil ko pukare
Chub gaya kanta man me
Ho chub gaya kanta man me
Aag lage is sawan chub
Gaya kanta man me
Ho chub gaya kanta man me.