Aa Ja Meri Jawaani Lyrics – Lata Mangeshkar
आ जा मेरी जवानी को मस्तानी को आजा
मेरी जवानी को मस्तानी को
रूप के लोभी घूर रहे है
भर के मुँह में पानी
के मैंने सबकी नजर पहचानी है
ओ सैया आजा के तू दिलजानी है
रे आजा मेरी जवानी को मस्तानी को आजा
मेरी जवानी को मस्तानी को
रूप के लोभी घूर रहे है
भर के मुँह में पानी
मैंने सबको नजर पहचानी है
ओ सैया आजा के तू दिलजानी है
रे आजा मेरी जवानी को मस्तानी को आजा
हर कोई डोरे डाले और बढ़कर प्यार उछाले
जन जले बस न चले आकर मुझे बचाले
हर कोई डोरे डाले और बढ़कर प्यार उछाले
जन जले बस न चले आकर मुझे बचाले
ऐसा न हो तेरी अमानत हो जाये बेगानी
मैंने सबको नजर पहचानी है
ओ सैया आजा के तू दिलजानी है
रे आजा मेरी जवानी को मस्तानी को आजा
बैरन बिजली कड़के तन कपे और दिल धड़के
साँस घुटे दर्द उठे नस नस में आग भड़क
बैरन बिजली कड़के तन कपे और दिल धड़के
साँस घुटे दर्द उठे नस नस में आग भड़क
अब भी देर करे तो कर देंगे मन मानी
के मैंने सबकी नजर पहचानी है
ओ सैया आजा के तू दिलजानी है
रे आजा मेरी जवानी को मस्तानी को आजा
मेरी जवानी को मस्तानी को
रूप के लोभी घूर रहे है
भर के मुँह में पानी
मैंने सबको नजर पहचानी है
ओ सैया आजा के तू दिलजानी है
रे आजा मेरी जवानी को मस्तानी को आजा.
Aa ja meri jawani ko mastani ko aaja
Meri jawani ko mastani ko
Rup ke lobhi ghur rahe hai
Bhar ke muh me pani
Ke maine sabki najar pahchani hai
O saiya aaja ke tu diljani hai
Re aaja meri jawani ko mastani ko aaja
Meri jawani ko mastani ko
Rup ke lobhi ghur rahe hai
Bhar ke muh me pani
Maine sabko najar pahchani hai
O saiya aaja ke tu diljani hai
Re aaja meri jawani ko mastani ko aaja
Har koi dore dale or badhkar pyar uchale
Jan jale bas na chale aakar mujhe bachale
Har koi dore dale or badhkar pyar uchale
Jan jale bas na chale aakar mujhe bachale
Aisa na ho teri amanat ho jaye begani
Maine sabko najar pahchani hai
O saiya aaja ke tu diljani hai
Re aaja meri jawani ko mastani ko aaja
Bairan bijli kadke tan kape or dil dhadke
Sans ghute dard uthe nas nas me aag bhadke
Bairan bijli kadke tan kape or dil dhadke
Sans ghute dard uthe nas nas me aag bhadke
Ab bhi der kare to kar denge man mani
Ke maine sabki najar pahchani hai
O saiya aaja ke tu diljani hai
Re aaja meri jawani ko mastani ko aaja
Meri jawani ko mastani ko
Rup ke lobhi ghur rahe hai
Bhar ke muh me pani
Maine sabko najar pahchani hai
O saiya aaja ke tu diljani hai
Re aaja meri jawani ko mastani ko aaja.