Aye Wadi Shehzadi Lyrics – Papon
ऐ वादी शेहज़ादी बोलो कैसी हो
क्या अब भी वहाँ शेहर शिकरा करते हैं
चार चिनार पे वक़्त गुज़ारा करते हैं
क्या अब भी वो झील बर्फ़ हो जाती है
जिस्पे बच्चे खेल खिलारा करते हैं
ऐ वादी शेहज़ादी बोलो कैसी हो
ऐ वादी शेहज़ादी बोलो कैसी हो
ऐ वादी शेहज़ादी बोलो कैसी हो
बिन तेरे ख़ाली हूँ मैं
बिन तेरे ख़ाली हूँ मैं
क्या तुम भी वैसे हो
ऐ वादी शेहज़ादी बोलो कैसी हो
क्या अब भी तुम सब्ज़ सुनेहरी होती हो
या गरमी की नरम दोपेहरी होती हो
क्या अब भी जो शाम का सूरज ढलता है
कच्चे घर की छत पे ठेहरी होती हो
ऐ वादी शेहज़ादी बोलो कैसी हो
ऐ वादी शेहज़ादी अपनी क्या लिखूँ
हर पल तेरी याद सताती रेहती है
आती जाती हर एक साँस ये केहती है
जान का क्या आती जाती रेहती है
एक दिन तुमसे मिलने वापस आऊँगा
क्या है दिल में सब कुछ तुम्हें बताऊँगा
कुछ बरसों से टूट गया हूँ खंडित हूँ
वादी तेरा बेटा हूँ मैं पंडित हूँ
हम्म…
कुछ बरसों से टूट गया हूँ खंडित हूँ
वादी तेरा बेटा हूँ मैं पंडित हूँ.
Ae wadi shehzadi bolo kaisi ho
Kya ab bhi wahan shehar shikara karate hai
Char chinar pe waqat gujara karate the
Kya ab bhi wo jhil barf ho jati hai
Jisspe bachhe khel khilara karte hai
Ae wadi shehzadi bolo kaisi ho
Ae wadi shehzadi bolo kaisi ho
Ae wadi shehzadi bolo kaisi ho
Bin tere khali hu main
Bin tere khali hu main
Kya tum bhi waise ho
Ae wadi shehzadi bolo kaisi ho
Kya ab bhi tum sabj sunehari hoti ho
Ya garmi ki naram dopaheri hoti ho
Kya ab bhi jo sam ka suraj dhalta hai
Kachche gahr ki chat pe thehari hoti ho
Ae wadi shehzadi bolo kaisi ho
Ae wadi shehzadi apani kya likhu
Har pal teri yad satati rehati hai
Aati jati har ek sans ye kehati hai
Jaan ka kya aati jati rehati hai
Ek din tumse milne vapas aaunga
Kya hai dil main sab kuch tumhe btaunga
Kuch bharso se tut gya hu khandit hu
Wadi tera beta hu main pandit hu
Hmmm…
Kuch bharso se tut gya hu khandit hu
Wadi tera beta hu main pandit hu.