Chand Nikla Lyrics – Divya Kumar
Sar pe na bhaar mera ude mann dolve
Na zulfo ki chai aa
Khili hein dhoop daia
Ve najre ho side mere roop te…
Sabke labo pe yehi baat
Dekho ji chand nikla…
Chahe ho din ya ho raat
Dekho ji chand nikla…
Ho chamke re chamke
Ye chikni sadakia
Naari ka karcha na mange bawariya
Dekhe jo bole yehi baat
Dekho ji chand nikla…
Ho sajhe patjhad mann pihu pihu bolve
Paali janjaal chute nachu dil kholke
Re bairi te zamaana taana maare harjai ve…
Banjar zameen ye hein meri kamai ve…
Machaye dhoom saiyaan
Jahan bhi pohuch gai aa
O chaya hein macho wala mood ve…
Sabke labo pe yehi baat
Dekho ji chand nikla…
Ho o sohna lage har ganja lalanwa
Apni he dhun mein ye kush hein maganwa
Dekhe jo bole yehi baat
Dekho ji chand nikla…
बाजे ढोल जगीरा मेरा चंदा चंदा बोल वे
सर पे ना भार मेरा उड़े मन डोल वे
वे नज़रें हो स्लाइड मेरे रूप ते..
सबके लबों पे यही बात, देखो जी चाँद निकला
चाहे हो दिन या हो रात, देखो जी चाँद निकला
हो.. चमके रे चमके रे चमके ये चिकनी सड़किया
नाई का खर्चा ना माँगे बावरिया
देखे जो बोले यही बात
देखो जी चाँद निकला
हो साझे पतझड़ मन पिहु पिहु बोल वे
बाल जंजाल छूटते नचू दिल खोल के
रे वैरी ये जमाना ताना मारा हरजाई वे
बंजर ज़मीन ये है मेरी कमाई वे
मचाए धूम सैयाँ
जहाँ भी पहुच गइया
हो छाया है माचो वाला मूड वे
सबके लबों पे यही बात
देखो जी चाँद निकला
चाहे हो दिन या हो रात
देखो जी चाँद निकला
हो दर्पण भी बोले तू मीठा बताशा
बिन बदली के भी तू है तमाशा
देखे जो बोले यही बात
देखो जी चाँद निकला
हमम.. मतवारा फिरू मैं तो आसमान ओढ़ के
हन कारे कारे बद्रा ना छाए घनघोर वे
मतवारा फिरू मैं ता आसमान ओढ़ के
हरियाली निगोडी हाए पल्ला साड्डा छड गयीआं
अरे जो भी होया चंगा
हुन कंघे दी वी लोड नहींआं
ना जुल्फों की छैयाँ
खिली है धूप दैया
हो मूड बना है जैसे डूड वे हाए
सबके लबों पे यही बात
देखो जी चाँद निकला
चाहे हो दिन या हो रात
देखो जी चाँद निकला
हो सोहना लगे है रे गंजा ललनवा
अपनी ही धुन में ये खुश है मगनवा
देखे जो बोले यही बात
देखो जी चाँद निकला.