Teri Surat Se Nahi Milati Kisi Ki Surat Lyrics – Mohammed Rafi
तेरी सूरत से नहीं मिलती किसी की सूरत
तेरी सूरत से नहीं मिलती किसी की सूरत
हम जहाँ में तेरी तस्वीर लिए फिरते है
तेरी सूरत से नहीं मिलती किसी की सूरत
खूब चेहरा है तेरा दोनों जहा है पागल
सामने तेरे है फिका वो हसीं ताजमहल
तेरी जुल्फों ने सनम दिल मेरा बांध लिया
तूने ए जाने सितम प्यार का जाम दिया
जुल्फ की हम जवा जञ्जीर लिए फिरते है
तेरी सूरत से नहीं मिलती किसी की सूरत
हम जहाँ में तेरी तस्वीर लिए फिरते है
तेरी सूरत से नहीं मिलती किसी की सूरत
जो ऐडा देखि है तुझमे वो किसी में भी नहीं
सामने तेरा जब होगा तो क़यामत भी होगी
आँख जब तुझसे मिलेगी तो मोहब्बत की होगी
प्यार की हम अज़ाब रासीर लिए फिरते है
तेरी सूरत से नहीं मिलती किसी की सूरत
हम जहाँ में तेरी तस्वीर लिए फिरते है
तेरी सूरत से नहीं मिलती किसी की सूरत
चांदनी रात भी ज़ालिम तेरी परछाई है
और सूरज ने तेरे गालों से चमक पायी है
अगर तुझे देख ले कश्मीर तो शरमा जाये
और फरिस्ता जो अगर देख ले ललचा जाये
हम नए रंग की एक हीर लिए फिरते है
तेरी सूरत से नहीं मिलती किसी की सूरत
हम जहाँ में तेरी तस्वीर लिए फिरते है
तेरी सूरत से नहीं मिलती किसी की सूरत.
Teri surat se nahi milati kisi ki surat
Teri surat se nahi milati kisi ki surat
Hum jaha me teri taswir liye firte hai
Teri surat se nahi milati kisi ki surat
Samne tere hain fika wo hasi tajmahal
Teri julfo ne sanam dil mera bandh liya
Tune aye jane sitam pyar ka jaam diya
Julf ki hum jawa janjir liye firte hai
Teri surat se nahi milti kisi ki surat
Hum jaha me teri taswir liye firte hai
Teri surat se nahi milati kisi ki surat
Ye to dunia hai yaha ek anhi lahk hasi
Jo ada dekhi hai tujhme wo kisi me bhi nahi
Samna tera jab hoga to qayamat bhi hogi
Aankh jab tujhse milegi to mohabbat ki hogi
Pyar ki hum ajab rasir liye firte hai
Teri surat se nahi milati kisi ki surat
Hum jaha me teri taswir liye firte hai
Teri surat se nahi milati kisi ki surat
Chandni raat bhi Zalim teri parchayi hai
Or suraj ne tere galo se chamak payi hai
Agar tujhe dekh le kashmir to sarma jaye
Or farista jo agar dekh le lalcha jaye
Hum naye rang ki ek heer liye firte hai
Teri surat se nahi milati kisi ki surat
Hum jaha me teri taswir liye firte hai
Teri surat se nahi milati kisi ki surat.