Sadiyo Purani Apni Kahani Lyrics – Asha Bhosle, Mohammed Rafi
सदियो पुरानी अपनी कहानी
मोहब्बत इसे आज कहा जा रही है
हमें साथ देखा है
एक बार फिर से
ज़माने की रफ़्तार शर्मा रही है
सदियो पुरानी अपनी कहानी
मिले थे मिले है फिर भी मिलेंगे
ये है वो सफ़र जिसकी मंजिल नहीं
मिले थे मिले है फिर भी मिलेंगे
ये है वो सफ़र जिसकी मंजिल नहीं
वो इक लफ़्ज़ कहते है जिसको जुदाई
मेरी दस्ता में तो शामिल नहीं
मेरी दस्ता में तो शामिल नहीं
सदियो पुरानी अपनी कहानी
मोहब्बत इसे आज कहा जा रही है
सदियो पुरानी अपनी कहानी
ज़माने की नज़रों के अंदाज़ बदल
मगर तेरी मेरी निगाहे न बदली
ज़माने की नज़रों के अंदाज़ बदल
मगर तेरी मेरी निगाहे न बदली
बदलता रहा आस्मा चल अपनी
ये रही न बदल
ये रहे न बदले
ये रही न बदल
ये रहे न बदले
सदियो पुरानी अपनी कहानी
मोहब्बत इसे आज कहा जा रही है
सदियो पुरानी अपनी कहानी
अगर ज़ुल्फ़ ज़ंजीर बनती रहेगी
मोहब्बत की तक़दीर बनती रहेगी
अगर ज़ुल्फ़ ज़ंजीर बनती रहेगी
मोहब्बत की तक़दीर बनती रहेगी
निगाहों की रंगीनिया कम न होंगी
उम्मीदों की तस्वीर बनती रहेगी
उम्मीदों की तस्वीर बनती रहेगी
सदियो पुरानी अपनी कहानी
मोहब्बत इसे आज कहा जा रही है
हमें साथ देखा है
एक बार फिर से
ज़माने की रफ़्तार शर्मा रही है
सदियो पुरानी अपनी कहानी.
Sadiyo purani apni kahani
Mohabbat ise aaj kaha ja rahi hai
Hame sath dekha hai
Ek baar phir se
Zamane ki raftar sharma rahi hai
Sadiyo purani apni kahani
Mile the mile hai phir bhi milenge
Ye hai wo safar jiski manzil nahi
Mile the mile hai phir bhi milenge
Ye hai wo safar jiski manzil nahi
Wo ik lafz kahte hai jisko judaai
Meri dasta me to shamil nahi
Meri dasta me to shamil nahi
Sadiyo purani apni kahani
Mohabbat ise aaj kaha ja rahi hai
Sadiyon puraani apni kahaani
Zamane ki nazro ke andaz badle
Magar teri meri nigahe na badli
Zamane ki nazro ke andaaz badle
Magar teri meri nigahe na badli
Badalta raha aasma chal apni
Ye rahi na badl
Ye rahe na badle
Ye rahi na badl
Ye rahe na badle
Sadiyon purani apni kahani
Mohabbat ise aaj kaha ja rahi hai
Sadiyo purani apni kahani
Agar zulf zanjir banti rahegi
Mohabbat ki taqdeer banti rahegi
Agar zulf zanjir banti rahegi
Mohabbat ki taqdeer banti rahegi
Nigaaho ki ranginiya kam na hongi
Ummeedo ki tasvir banti rahegi
Ummeedon ki tasvir banti rahegi
Sadiyo purani apni kahani
Mohabbat ise aaj kaha ja rahi hai
Hame sath dekha hai
Ek baar phir se
Zamane ki raftar sharma rahi hai
Sadiyo purani apni kahani.