Hum Apni Mohabbat Ka Lyrics – Anand Shrivastav, Udit Narayan
हम अपनी मोहब्बत का इम्तहान देंगे
हम अपनी मोहब्बत का इम्तहान देंगे
तेरे घर के सामने हम अपनी जान देंगे
हम अपनी मोहब्बत का इम्तहान देंगे
तेरे घर के सामने हम अपनी जान देंगे
तेरे घर के सामने हम अपनी जान देंगे
दिलरुबा तू है बेवफा दिलरुबा तू है बेवफा
हम अपनी मोहब्बत का इम्तहान देंगे
तेरे घर के सामने हम अपनी जान देंगे
तेरे घर के सामने हम अपनी जान देंगे
दिलरुबा तू है बेवफा दिलरुबा तू है बेवफा
भूल क्या हुयी क्या हुई खता
हमको जानेमन इतना तो बता
भूल क्या हुयी क्या हुई खता
हमको जानेमन इतना तो बता
बीते हुए वो दिन हम भूल न पाये
बेचैनिया अपनी हम किसको सुनाये
ये दर्दे जुदाई
ये दर्दे जुदाई अब हम न सहेंगे
तेरे घर के सामने हम अपनी जान देंगे
तेरे घर के सामने हम अपनी जान देंगे
दिलरुबा तू है बेवफा दिलरुबा तू है बेवफा
टूट न जाये प्यार की कसमें
आजा तोड़ के दुनिया की रस्मे
टूट न जाये प्यार की कसमें
आजा तोड़ के दुनिया की रस्मे
हम किसको बताये अपनी ये बेबसी
बिन तेरे है सनम कुछ भी न ज़िन्दगी
तेरे बगैर कैसे
तेरे बगैर कैसे जिंदा रहेंगे
तेरे घर के सामने हम अपनी जान देंगे
तेरे घर के सामने हम अपनी जान देंगे
दिलरुबा तू है बेवफा दिलरुबा तू है बेवफा
हम अपनी मोहब्बत का इम्तहान देंगे
तेरे घर के सामने हम अपनी जान देंगे
तेरे घर के सामने हम अपनी जान देंगे
दिलरुबा तू है बेवफा दिलरुबा तू है बेवफा
दिलरुबा तू है बेवफा दिलरुबा तू है बेवफा.
Hum apni mohabbat ka imthan dege
Hum apni mohabbat ka imthan dege
Tere ghar ke samne hum apni jaan dege
Hum apni mohabbat ka imthan dege
Tere ghar ke samne hum apni jaan dege
Tere ghar ke samne hum apni jaan dege
Dilruba tu hai bewafa, dilruba tu hai bewafa
Hum apni mohabbat ka imthan dege
Tere ghar ke samne hum apni jaan dege
Tere ghar ke samne hum apni jaan dege
Dilruba tu hai bewafa, dilruba tu hai bewafa
Bhul kya huyi, kya huyi khata
Humko janeman itna to bata
Bhul kya huyi, kya huyi khata
Humko janeman itna to bata
Bite huye wo din hum bhul na paye
Bechainiya apni hum kisko sunaye
Ye darde judayi, ye darde judayi
Ab hum na sahege
Tere ghar ke samne hum apni jaan dege
Tere ghar ke samne hum apni jaan dege
Dilruba tu hai bewafa, dilruba tu hai bewafa
Tut na jaye pyar ki kasme
Aaja tod ke duniya ki rasme
Tut na jaye pyar ki kasme
Aaja tod ke duniya ki rasme
Hum kisko bataye apni ye bebasi
Bin tere hai sanam kuch bhi na zindagi
Tere bagair kaise
Tere bagair kaise zinda rahege
Tere ghar ke samne hum apni jaan dege
Tere ghar ke samne hum apni jaan dege
Dilruba tu hai bewafa, dilruba tu hai bewafa
Hum apni mohabbat ka imthan dege
Tere ghar ke samne hum apni jaan dege
Tere ghar ke samne hum apni jaan dege
Dilruba tu hai bewafa, dilruba tu hai bewafa
Dilruba tu hai bewafa, dilruba tu hai bewafa.