Samandar Lyrics – Anika Vidyarthi
Samandar Ko Dhudhu Me Baithe Huye Ye Sochu
Safar He Ye Mera He Manjil Bhi Meri
Naya Saa Jaha He Ye Bana Bulati Ye Bunde
Ha Mujhse Ye Bole Sama Jaa Yaha Pe
Tu Aaja Yaha Pe He Ghar Ye Nayasa Ab Tera
Samandar Samandar Samandar Samandar
Me Ho Gayi Jaha Mujhe Aana Tha
Sapne Mere Samne Zeher Pana Tha
He Mujhe Yakin Itna He Sama Sa
Me Hun Khud Ki Roshani Khud Ka Pasva
Chalo Ab Chale Hum Naye Rasto Par
Akele Sadak Par Lage Dar Magar Ab
Dekhege Dekhega Ye Jaha Lage Sab
Mere Jaise Yaha Samandar Samandar
Samandar Samandar
Samai Yaha Pe Me Ayi Yaha Pe
Lage Sab Mujhe Jaise Sab Dekha Hua
Lage Jaise Mil Gaya Ghar Naya
समंदर को ढुंढु में बैठे हुए ये सोचू
सफर हे ये मेरा हे मंजिल भी मेरी
नया सा जहाँ हे ये बना बुलाती ये बुंदे
हा मुझसे ये बोले समा जा यहाँ पे
तू आजा यहाँ पे हे घर ये नयासा अब तेरा
समंदर समंदर समंदर समंदर
मैं हो गई जहाँ मुझे आना था
सपने मेरे सामने ज़हर पाना था
हे मुझे यकीन है इतना ही समा सा
मैं हूँ खुद की रोशनी खुद का पासवा
चलो अब चले हम नए रास्तों पर
अकेले सड़क पर लगे डर मगर अब
देखेंगे देखेगा ये जहाँ लगे सब
मेरे जैसे यहाँ समंदर समंदर
समंदर समंदर
समाई यहाँ पे मैं आई यहाँ पे
लगे सब मुझे जैसे सब देखा हुआ
लगे जैसे मिल गया घर नया