Woh Aankh Hi Kya Lyrics – Alka Yagnik, Kumar Sanu
वो आंख ही क्या तेरी सूरत नहीं जिसमे
वो दिल ही क्या हो तेरी चाहत नहीं जिसमे
वो आंख ही क्या तेरी सूरत नहीं जिसमे
वो दिल ही क्या तेरी चाहत नहीं जिसमे
वो दिल ही क्या तेरी चाहत नहीं जिसमे
हो वो आंख ही क्या हु तेरी सूरत नहीं जिसमे
वो दिल ही क्या हु तेरी चाहत नहीं जिसमे
चुप चुप के मोहब्बत न मेरी जान करेंगे
हम सारे ज़माने में ये ऐलान करेंगे
बदल बिना बरसात बरसती नहीं है
बिन ज्योत के बेटी कभी जलती नहीं है
बदल बिना बरसात बरसती नहीं है
बिन ज्योत के बेटी कभी जलती नहीं है
बिन ज्योत के बेटी कभी जलती नहीं है
वो मंदिर क्या तेरी मूरत नहीं जिसमे
वो आंख ही क्या तेरी सूरत नहीं जिसमे
वो दिल ही क्या तेरी चाहत नहीं जसमे
वो दिल ही क्या हु तेरी चाहत नहीं जिसमे
बिन यार की किस काम की ये दुनिआ ये जमाना
बिन यार के जिंदगी बेरंग फ़साना
एक चाँद सी सूरत की जरुरत है सबको
महबूब से अपने तो मोहब्बत है सबको
एक चाँद सी सूरत की जरुरत है सबको
महबूब से अपने तो मोहब्बत है सबको
महबूब से अपने तो मोहब्बत है सबको
वो इश्क ही क्या तेरी रंगत नहीं जिसमे
वो आंख ही क्या तेरी सूरत नहीं जिसमे
वो दिल ही क्या तेरी चाहत नहीं जसमे
वो आंख ही क्या तेरी सूरत नहीं जिसमे
वो दिल ही क्या तेरी चाहत नहीं जिसमे.
Wo aankh hi kya teri surat nahi jisme
Wo dil hi kya ho teri chahat nahi jisme
Wo aankh hi kya teri surat nahi jisme
Wo dil hi kya teri chahat nahi jisme
Wo dil hi kya teri chahat nahi jisme
Ho wo aankh hi kya teri surat nahi jisme
Wo dil hi kya hu teri chahat nahi jisme
Chup chup ke mohabbat na meri jan karenge
Ham sare jamane me ye elan karenge
Badal bina barsat barasti nahi hai
Bin jyot ke bati kabhi jalti nahi hai
Badal bina barsat barasti nahi hai
Bin jyot ke bati kabhi jalti nahi hai
Bin jyot ke bati kabhi jalti nahi hai
Wo mandir kya teri murat nahi jisme
Wo aankh hi kya teri surat nahi jisme
Wo dil hi kya teri chahat nahi jsme
Wo dil hi kya hu teri chahat nahi jisme
Bin yar ki kis kam ki ye dunia ye jamana
Bin yar ke jindagi berang fasana
Ek chand si surat ki jarurat hai sabko
Mahbub se apne to mohabbat hai sabko
Ek chand si surat ki jarurat hai sabko
Mahbub se apne to mohabbat hai sabko
Mahbub se apne to mohabbat hai sabko
Wo ishk hi kya teri rangat nahi jisme
Wo aankh hi kya teri surat nahi jisme
Wo dil hi kya teri chahat nahi jsme
Wo aankh hi kya teri surat nahi jisme
Wo dil hi kya teri chahat nahi jisme.