She Lyrics – Kaka
तेरे चक्करा में आंड़ू होके बोली मैं
तेरे पाछे खाऊ नींदां आणी गोली मैं
रे तू जाण के बने से अनजाण क्यूँ
दुःख गैर ग्या रे सारे मेरी झोणी में
तेरे चक्करा में आंड़ू होके बोली मैं
तेरे पाछे खाऊ नींदां आणी गोली मैं
रे तू जाण के बने से अनजाण क्यूँ
दुःख गैर ग्या रे सारे मेरी झोणी में
मान्या दिल महल तेरा पर इसमें अँधेरा
मेरा जी कोन्या लागे बैरी साथ मांगू तेरा
मुलाकात थी वे झूठी
सारी बात थी वे झूठी
वादे करके तू पुगादे
इसा दिल कोन्या लेरया
ज़िंदगी के पन्ने बड़े रे हसीन थे
तन्ने मारी चोट ज़िंदगी या रोली रे
तेरे चक्करा में आंड़ू होके बोली मैं
तेरे पाछे खाऊ नींदां आणी गोली मैं
रे तू जाण के बने से अनजाण क्यूँ
दुःख गैर ग्या रे सारे मेरी झोणी में
करके भरोसा मन्ने पकड़या जो हाथ
उसे हाथ ने ये घेट्टी मेरी बोच गेरी रे
ओरा जैसा कोन्या मैं तू कह्या करे था
झूठे तन्ने मेरी आत्मा ऐ नोच गेरी रे
बेवफाई का ये मंज़र टपके पानी का समंदर
करग्या तैर के तू पार पर ना झंख्या मेरे अंदर
खेले जिस्म ते मेरे चाले आत्मा पे छुरे
होगी प्यार ते ऐ नफरत झूठे लागे सात फेरे
तू था चाँद मेरा मैं थी तेरी चांदनी
होगी चांदनी की रात भी अँधेरी रे
तेरे चक्करा में आंड़ू होके बोली मैं
तेरे पाछे खाऊ नींदां आणी गोली मैं
रे तू जाण के बने से अनजाण क्यूँ
दुःख गैर ग्या रे सारे मेरी झोणी में
चीख पुकार मेरी सुनदा ना कोई आड़े
बुज़दिल बना दी तेरे प्यार ने
ज़िंदगी में आना तेरा गलती थी मेरी
मैं ते कैद होगी जाणु देह व्यापर मैं
बेपरवाह तू हरजाई तन्ने शर्म ना आयी
जाके शहर की तवायफ गेल्या रात जा बिताई
बड़ा बना फिरे शायर किसने शायरी सिखाई
सबकी गेल्या करे प्यार फितरत में ये बेवफाई
मेरे प्यार का बना के ने मखौल क्यूँ
काका भरे तू ओरे किसे की कोली रे
तेरे चक्करा में आंड़ू होके बोली मैं
तेरे पाछे खाऊ नींदां आणी गोली मैं
रे तू जाण के बने से अनजाण क्यूँ
दुःख गैर ग्या रे सारे मेरी झोणी में.
Tere chakkra mein aandu hoke boli main
Tere paache khau neendan aali goli main
Re tu jaan ke bane se anjaan kyun
Dukh ger gya re saare meri jholi mein
Tere chakkra mein aandu hoke boli main
Tere paache khau neendan aali goli main
Re tu jaan ke bane se anjaan kyun
Dukh ger gya re saare meri jholi mein
Maanya dil mahal tera par isme andhera
Mera ji konya lage bairi saath mangu tera
Mulakaat thi ve jhuthi
Saari baat thi ve jhuthi
Vaade krke tu pugaade
Isa dil konya lerya
Zindagi ke panne bade re haseen the
Tanne maari chot zindagi ya roli re
Tere chakkra mein aandu hoke boli main
Tere paache khau neendan aali goli main
Re tu jaan ke bane se anjaan kyun
Dukh ger gya re saare meri jholi mein
Karke bharosa manne pakdya jo haath
Use haath ne ye ghetti meri boch geri re
Ora jisa konya main tu kahya kre tha
Jhuthe tanne meri aatma ae noch geri re
Bewafai ka ye manzar tapke paani ka samandar
Kargya tair ke tu paar par na jhankhya mere andar
Khele jism te mere chaale aatma pe chhure
Hogi pyar te ae nafrat jhuthe laage saat phere
Tu tha chaand mera main thi teri chandni
Hogi chandni ki raat bhi andheri re
Tere chakkra mein aandu hoke boli main
Tere paache khau neendan aali goli main
Re tu jaan ke bane se anjaan kyun
Dukh ger gya re saare meri jholi mein
Cheekh pukar meri sunda na koye aade
Buzdil bana di tere pyar ne
Zindagi mein aana tera galti thi meri
Main te kaid hogi janu deh vyapar main
Beparwah tu harjaayi tanne sharm na aayi
Jaake sheher ki tawaif gelya raat ja bitai
Badda bana phire shayar kisne shayari sikhai
Sabki gelya kare pyar fitrat mein ye bewafai
Mere pyar ka bana ke ne makhol kyun
Kaka bhare tu ore kise ki koli re
Tere chakkra mein aandu hoke boli main
Tere paache khau neendan aali goli main
Re tu jaan ke bane se anjaan kyun
Dukh ger gya re saare meri jholi mein.