Ja Rahe Ho To Jao Braj Chhod Kar Lyrics – Shri Ram Mohan Ji Maharaj
तो रथ की पहिया को पकड़ के राधा यूँ कहने लगी
गर मैं ऐसा जानती की प्रीत किये दुःख कोय
तो नगर ढिंढोरा पीटती की प्रीत ना करियो कोय
जा रहे हो तो जाओ ब्रज छोड़ कर सबका दिल तोड़ कर
जा रहे हो तो जाओ ब्रज छोड़ कर सबका दिल तोड़ कर
प्रेम ब्रिज सा कन्हैया
प्रेम ब्रिज सा कन्हैया नहीं पाओगे नहीं पाओगे
जा रहे हो तो जाओ ब्रज छोड़ कर सबका दिल तोड़ कर
प्रेम ब्रिज सा कन्हैया नहीं पाओगे नहीं पाओगे
जा रहे हो तो जाओ ब्रज छोड़ कर
ये लताए… श्याम
ये लताए कदम्ब की ये डालियाँ
तेरे बचपन की साथी हैं सांवरिया
ये लताए कदम्ब की ये डालियाँ
तेरे बचपन की साथी हैं सांवरिया
कुंज गलियां कहानी तेरी गा रही कान्हा तेरी गा रही
ऐसी गलियां कन्हैयाँ
ऐसी गलियां कन्हैयाँ नहीं पाओगे नहीं पाओगे
कुंज गलियां कहानी तेरी गा रही कान्हा तेरी गा रही
ऐसी गलियां कन्हैयाँ नहीं पाओगे नहीं पाओगे
जा रहे हो तो जाओ ब्रज छोड़ कर
लेके ग्वालो को… श्याम
लेके ग्वालो को घर में आना तेरा
घर के छींके से माखन चुराना तेरा
लेके ग्वालो को घर में आना तेरा
घर के छींके से माखन चुराना तेरा
स्वाद माखन का जैसा ब्रज में मिला तुझको ब्रज में मिला
स्वाद ऐसा कन्हैया
स्वाद ऐसा कन्हैया नहीं पाओगे नहीं पाओगे
स्वाद माखन का जैसा ब्रज में मिला तुझको ब्रज में मिला
स्वाद ऐसा कन्हैया नहीं पाओगे नहीं पाओगे
जा रहे हो तो जाओ ब्रज छोड़ कर
कितनी फोड़ी… श्याम
कितनी फोड़ी गगरिया पनघट पे
चीर किसके बचे श्याम प्यारे कहो
कितनी फोड़ी गगरिया पनघट पे
चीर किसके बचे श्याम प्यारे कहो
तेरे उधमों को जिसने हंस के सहा कान्हा हंस के सहा
ऐसे प्रेमी कन्हैया
ऐसे प्रेमी कन्हैया नहीं पाओगे नहीं पाओगे
तेरे उधमों को जिसने हंस के सहा कान्हा हंस के सहा
ऐसे प्रेमी कन्हैया नहीं पाओगे नहीं पाओगे
जा रहे हो तो जाओ ब्रज छोड़ कर
प्रेम करके… श्याम
प्रेम करके दीवाना बना के हमें
छोड़ जाते हो किसके सहारे कहो
प्रेम करके दीवाना बना के हमें
छोड़ जाते हो किसके सहारे कहो
तेरे मुरली के जैसे हम दीवाने हुए कान्हा दीवाने हुए
ऐसे पागल कन्हैया
ऐसे पागल कन्हैया नहीं पाओगे नहीं पाओगे
तेरे मुरली के जैसे हम दीवाने हुए कान्हा दीवाने हुए
ऐसे पागल कन्हैया नहीं पाओगे नहीं पाओगे
जा रहे हो तो जाओ ब्रज छोड़ कर सबका दिल तोड़ कर
प्रेम ब्रिज सा कन्हैया
प्रेम ब्रिज सा कन्हैया नहीं पाओगे नहीं पाओगे
जा रहे हो तो जाओ ब्रज छोड़ कर सबका दिल तोड़ कर
प्रेम ब्रिज सा कन्हैया नहीं पाओगे नहीं पाओगे
जा रहे हो तो जाओ ब्रज छोड़ कर.
Mohan mathura chal diye chhod braj gokul ki gali
To rath ki pahiya ko pakad ke radha yun kehne lagi
Gar main aisa janti ki preet kiye dukh hoy
To nagar dhindhora pitti ki preet na kariyo koy
Ja rahe ho to jao braj chhod kar sabka dil tod kar
Ja rahe ho to jao braj chhod kar sabka dil tod kar
Prem brij sa kanhaiya
Prem brij sa kanhaiya nahi paoge nahi paoge
Ja rahe ho to jao braj chhod kar sabka dil tod kar
Prem brij sa kanhaiya nahi paoge nahi paoge
Ja rahe ho to jao braj chhod kar
Ye lataye.. Shyam
Ye lataye kadamb ki ye daliya
Tere bachpan ki sathi hai sanwariya
Ye lataye kadamb ki ye daliya
Tere bachpan ki sathi hai sanwariya
Kunj galiyan kahaani teri gaa rahi kanha teri gaa rahi
Aisi galiyan kanhaiya
Aisi galiyan kanhaiya nahi paoge nahi paoge
Kunj galiyan kahaani teri gaa rahi kanha teri gaa rahi
Aisi galiyan kanhaiya nahi paoge nahi paoge
Ja rahe ho to jao braj chhod kar
Leke gwalo ko… Shyam
Leke gwalo ko ghar mein aana tera
Ghar ke chike se makhan churana tera
Leke gwalo ko ghar mein aana tera
Ghar ke chike se makhan churana tera
Swaad makhan ka jaisa braj mein mila tujhko braj mein mila
Swaad aisa kanhaiya
Swaad aisa kanhaiya nahi paoge nahi paoge
Swaad makhan ka jaisa braj mein mila tujhko braj mein mila
Swaad aisa kanhaiya nahi paoge nahi paoge
Ja rahe ho to jao braj chhod kar
Kitani fodi gagariya panghat pe
Chir kisake bache shyam pyare kaho
Kitani fodi gagariya panghat pe
Chir kisake bache shyam pyare kaho
Tere udhamo ko jisne hans ke saha kanha hans ke saha
Aise premi kanhaiya
Aise premi kanhaiya nahi paoge nahi paoge
Tere udhamo ko jisne hans ke saha kanha hans ke saha
Aise premi kanhaiya nahi paoge nahi paoge
Ja rahe ho to jao braj chhod kar
Prem karke… Shyam
Prem karke deewana bana ke hame
Chhod jate ho kiske sahare kaho
Prem karke deewana bana ke hame
Chhod jate ho kiske sahare kaho
Tere murli ke jaise hum deewane huye kanha deewane huye
Aise pagal kanhaiya
Aise pagal kanhaiya nahi paoge nahi paoge
Tere murli ke jaise hum deewane huye kanha deewane huye
Aise pagal kanhaiya nahi paoge nahi paoge
Ja rahe ho to jao braj chhod kar sabka dil tod kar
Prem brij sa kanhaiya
Prem brij sa kanhaiya nahi paoge nahi paoge
Ja rahe ho to jao braj chhod kar sabka dil tod kar
Prem brij sa kanhaiya nahi paoge nahi paoge
Ja rahe ho to jao braj chhod kar.