Darmiyan Lyrics – Anupam Dhonchak
तूने जो वो लफ्ज कभी ना बोले
तेरी आँखों से हैं वो झलके
तेरे अशकों की दलीलें सारी
मैंने तो है वो समझी सारी
कुछ तो है तेरे मेरे दरमियान
कुछ तो है तेरे मेरे दरमियान
तुझसे ही अब तो है मेरी साँसों का गुज़रा
कुछ तो है तेरे मेरे दरमियान
कुछ तो है तेरे मेरे दरमियान
करके ये गीला मैं अब जाती तू कहाँ
बैठा हूँ यहीं अब होकर मैं खफा
रूठे से जो वो लम्हे थे
हमसे तो कुछ वो छूटे थे
रूठे से जो वो लम्हे थे
हमसे तो कुछ वो छूटे थे
कुछ तो है तेरे मेरे दरमियान
कुछ तो है तेरे मेरे दरमियान
इक तुही तो है मेरे दिन का वो सवेरा
तुझ से ही अब तो है मेरी साँसों का गुज़ारा
इक तू ही तो है मेरे दिल का वो बसेरा
दो दिलों का है ये ऐसा रिश्ता सा पुराना
कुछ तो है तेरे मेरे दरमियान
कुछ तो है तेरे मेरे दरमियान.
Tune jo woh lafz kabhi na bole
Teri aankhon se hain woh jhalke
Tere ashqon ki daleelein sari
Maine to hain woh samjhi sari
Kuch to hai tere mere darmiyan
Kuch to hai tere mere darmiyan
Ik tuhi toh hai, mere din ka woh savera
Tujhse hi ab to hai, meri saanson ka guzara
Kuch to hai tere-mere darmiyaan,
Kuch to hai tere-mere darmiyaan
Baitha hoon yahin, ab hokar main khafa
Roothe se jo woh lamhe the
Humse toh kuch woh chhoote the
Roothe se jo woh lamhe the
Humse toh kuch woh chhoote the
Kuch to hai tere mere darmiyan
Kuch to hai tere mere darmiyan
Ik tuhi to hai, mere din ka woh savera
Tujhse hi ab to hai, meri saanson ka guzara
Ik tuhi to hai, mere dil ka woh basera
Do dilon ka hai ye, aisa rishta sa purana
Kuch to hai tere-mere darmiyaan,
Kuch to hai tere-mere darmiyaan.