Nazar Na Phero Humse Lyrics – G. M. Durrani, Shamshad Begum
नजर फेरो ना हमसे हम
हैं तुम पर मरने वालों में
नजर फेरो ना हमसे हम
हैं तुम पर मरने वालों में
हमारा नाम भी लिख लो
मोहब्बत करने वालों में
मोहब्बत करने वालों में
जहाँ नजरे मिली बोले के
हम हैं मरने वालों में
जहाँ नजरे मिली बोले के
हम हैं मरने वालों में
बनावट ही बनावट है
मोहब्बत करने वालों में
मोहब्बत करने वालों में
ो तुम्हारी शोकियो को दिल
मेरा नाकाम कर देगा ा
सुना कर प्यार के नगमे
तुम्हे बदनाम कर देगा है
अजी यह दिल नहीं छिप
छिप के आहें भरने वालों में
हमारा नाम भी लिख लो
मोहब्बत करने वालों में
मोहब्बत करने वालों में
वही दिल है जो इस दुनिया
में अपना नाम कर जाये
मोहब्बत क्या करेगा वह
जो बदनामी से डर जाये है
नहीं हम आपकी इन्
धमकियों से डरने वालों में
बनावट ही बनावट है
मोहब्बत करने वालों में
मोहब्बत करने वालों में.
Najar phero naa hamse ham
Hain tum par marne walo me
Najar phero naa hamse
Najar phero naa hamse ham
Hain tum par marne walo me
Hamara nam bhi likh lo
Mohabbat karne walo me
Mohabbat karne walo me
Ham hain marne walo me
Jahan najare mili bole ke
Ham hain marne walo me
Banawat hi banawat hai
Mohabbat karne walo me
Mohabbat karne walo me
O tumhari shokiyo ko dil
Meraa nakam kar dega aa
Suna kar pyar ke nagme
Tumhe badnam kar dega ha
Aji yeh dil nahi chhip
Chhip ke aahe bharne walo me
Hamara nam bhi likh lo
Mohabbat karne walo me
Mohabbat karne walo me
Wahi dil hai jo iss duniya
Me apna nam kar jaye
Mohabbat kya karega woh
Jo badnami se dar jaye ha
Nahi ham aapki inn
Dhamkiyo se darne walo me
Banawat hi banawat hai
Mohabbat karne walo me
Mohabbat karne walo me.