Pankh Lyrics – Srishti Bhandari
लगा के उड्ड जा
पीछे छोड़ के हवाए
तू आगे उड्ड जा
ऐसी छेड़ दे तू तार
छेड़ दे तू तार…
गूँजे सारा आसमान
गूँजे सारा आसमान…
हाँ हवा ओ पे भी होंगे
तेरे पाओं के निशान
ओ परिंदे
ओ परिंदे उड्ड जा
ओ परिंदे उड्ड जा
ओ परिंदे उड्ड जा
सितारों के जहां में
होगा तेरा आशिया
फ़लक भी करेगा
तेरे नाम पे घूमा
तकदीरे अपनी, खुद लिखना
तू थक जाए पर, मत रुकना
चलते ही रेहना
जब तक ना मिले मंज़िल
ओ परिंदे
ओ परिंदे उड्ड जा
ओ परिंदे उड्ड जा
ओ परिंदे…उड्ड जा
तू उड्ड जा…बस उड्ड जा…
Hauslo ke pankh
Laga ke udd jaa
Piche chhod ke hawae
Tu aage udd jaa
Ched de tu taar..
Goonje sara aasmaan
Goonje sara aasmaan..
Haan hawa o pe bhi honge
Tere paon ke nishaan
O parindey
O parindey udd jaa
O parindey udd jaa
O parindey udd jaa
Sitaron ke jaha mein
Hoga tera aashiya
Falak bhi karega
Tere naam pe ghuma
Taqdeere apni, khud likhna
Tu thak jaye par, mat rukna
Chalte hi rehna
Jab tak na mile manzile
O parindey
O parindey udd jaa
O parindey udd jaa
O parindey..udd jaa..
Tu udd jaa..bas udd jaa..